Udghosh Samay News

खबर जहां हम वहां

एकेएस विश्वविद्यालय के प्रो. कमलेश चौरे ने यूनाइटेड किंगडम में अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन में प्रस्तुत किया शोध व्याख्यान

1 min read
Spread the love

बायोटिक स्ट्रेस नियंत्रण और केले की फसल में वृद्धि हेतु एंडोफाइट बैक्टीरिया की भूमिका पर दी गई प्रस्तुति
सत्र अध्यक्ष रहे यूनिवर्सिटी ऑफ एडिनबरा के प्रो. टिम जॉर्ज

सतना, भारत | 20 जून 2025
एकेएस विश्वविद्यालय, सतना के जैव प्रौद्योगिकी विभाग के प्रमुख प्रो. (डॉ.) कमलेश चौरे को यूनाइटेड किंगडम के प्रतिष्ठित University of Edinburgh में आयोजित Rhizosphere 6 अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन में मौखिक शोध व्याख्यान (Oral Talk Presentation) के लिए आमंत्रित किया गया। यह व्याख्यान 18 जून 2025 को प्रस्तुत किया गया, जिसमें University of Edinburgh के प्रो. टिम जॉर्ज सत्र अध्यक्ष (Session Chair) रहे।

प्रो. चौरे का व्याख्यान “एंडोफाइटिक बैक्टीरिया की भूमिका द्वारा बायोटिक स्ट्रेस नियंत्रण और केले की फसल उत्पादन में वृद्धि” विषय पर आधारित था। यह शोध विशेष रूप से ‘मूसा अक्यूमिनाटा जी9’ किस्म में फ्यूजेरियम विल्ट रोग के जैविक नियंत्रण तथा फंक्शनल जीनोमिक्स पर केंद्रित है। इस कार्य में सहलेखकों के रूप में माही चौरे, शिल्पी सिंह और पियूष कांत राय ने महत्वपूर्ण योगदान दिया।

सम्मेलन में प्रस्तुत इस शोध को वैज्ञानिक समुदाय द्वारा विशेष सराहना प्राप्त हुई, जो कि टिकाऊ और जैविक कृषि की दिशा में एक उल्लेखनीय कदम माना जा रहा है। यूनिवर्सिटी ऑफ एडिनबरा की डीन ऑफ रिसर्च प्रो. लिज बैग्स द्वारा भेजे गए औपचारिक निमंत्रण में प्रो. चौरे पांच दिवसीय अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन योगदान दिया।
साथ ही सम्मेलन में आए हुए विश्व के नामी बायोटेक वैज्ञानिकों एवं शिक्षाविदों के साथ डॉ चौरे एडवांस्ड रिसर्च एंड इनोवेशन को लेकर सकारात्मक सहयोग हेतु डिस्कशन हुआ। जल्दी ही विश्वविद्यालय में इस संदर्भ में एक इंटरनेशनल वर्कशॉप का आयोजन किया जाएगा।



University of Edinburgh यूनाइटेड किंगडम की एक प्रतिष्ठित और ऐतिहासिक शोध-आधारित विश्वविद्यालय है, जिसकी स्थापना 1582 में हुई थी। इसे QS वर्ल्ड यूनिवर्सिटी रैंकिंग 2025 में 27वाँ स्थान प्राप्त हुआ है।

इस अंतरराष्ट्रीय उपलब्धि पर ए.के.एस. विश्वविद्यालय परिवार ने गहरी प्रसन्नता व्यक्त की है। विश्वविद्यालय के प्रो-चांसलर श्री अनंत कुमार सोनी, कुलपति प्रो. बी.ए. चोपड़े, प्रो-वाइस चांसलर प्रो. हर्षवर्धन, प्रो-वाइस चांसलर डॉ. आर.एस. त्रिपाठी, और जीवन विज्ञान संकाय के अधिष्ठाता प्रो. जी.पी. रिछारिया ने प्रो. चौरे एवं उनकी टीम को बधाई दी तथा विश्वविद्यालय का नाम वैश्विक मंच पर रोशन करने के लिए शुभकामनाएं दीं।

प्रो. कमलेश चौरे ने इस अवसर पर कहा, “यह सम्मान मेरे लिए नहीं, बल्कि मेरे विश्वविद्यालय के लिए और मेरी पूरी शोध टीम की मेहनत और समर्पण का परिणाम है। ऐसे मंच वैश्विक वैज्ञानिक समुदाय से जुड़ने और नवाचारों को साझा करने का उत्कृष्ट अवसर प्रदान करते हैं।”

यह उल्लेखनीय है कि Rhizosphere 6 सम्मेलन विश्व के अग्रणी वैज्ञानिकों को एकत्रित कर पौधों की जड़ों, मृदा और सूक्ष्मजीवों के बीच जटिल संबंधों पर चर्चा करने का एक सशक्त मंच है, जो पर्यावरणीय संतुलन, वैश्विक खाद्य सुरक्षा और स्थायी कृषि हेतु अत्यंत महत्वपूर्ण है।

About The Author

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

WhatsApp