ग्राम पंचायत पंगसुवा : अनियमितताओं के आरोप, सरपंच ने सचिव को हटाने के लिए लिखा पत्र…..
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पंगसुवा (जशपुर): जशपुर जिले के पत्थलगांव जनपद अंतर्गत ग्राम पंचायत पंगसुवा में सरपंच और पंचायत सचिव के बीच मतभेद खुलकर सामने आ गया है। सरपंच ने पंचायत सचिव पर अनियमितता का आरोप लगाते हुए उन्हें पद से हटाने की औपचारिक मांग की है, जिससे पंचायत में विवाद की स्थिति उत्पन्न हो गई है।

सरपंच ने सचिव पर लगाया विकास कार्यों में बाधा डालने और अनियमितता का आरोप
ग्राम पंचायत पंगसुवा की सरपंच ने पंचायत सचिव की कार्यशैली पर गंभीर सवाल उठाए हैं। उन्होंने आरोप लगाया है कि सचिव अपने कार्यों में पारदर्शिता नहीं बरत रहे हैं और इसके चलते ग्राम पंचायत के विकास कार्यों में रुकावट आ रही है। सरपंच ने सचिव के कामकाज को लेकर अपनी नाराजगी स्पष्ट रूप से व्यक्त की है।
ग्राम पंचायत पंगसुवा की सरपंच ने पंचायत सचिव की कार्यशैली पर गंभीर सवाल उठाए हैं।
उन्होंने आरोप लगाया है कि सचिव अपने कार्यों में पारदर्शिता नहीं बरत रहे हैं और इसके चलते ग्राम पंचायत के विकास कार्यों में रुकावट आ रही है। सरपंच ने सचिव के कामकाज को लेकर अपनी नाराजगी स्पष्ट रूप से व्यक्त की है।

सचिव की कार्यशैली पर पहले भी उठ चुके हैं सवाल, अब सरपंच ने की औपचारिक शिकायत
स्थानीय ग्रामीणों के अनुसार, पंचायत सचिव के कार्य करने के तरीके को लेकर पहले भी कई बार असंतोष जताया जा चुका है। हालांकि, यह पहली बार है जब ग्राम पंचायत की सरपंच ने इस मामले में सीधे तौर पर हस्तक्षेप करते हुए जनपद पंचायत को लिखित शिकायत भेजी है और सचिव को तत्काल प्रभाव से हटाने का आग्रह किया है।

जनपद पंचायत स्तर पर शुरू हुई जांच, कार्रवाई की संभावना
सरपंच की शिकायत के बाद, जनपद पंचायत ने मामले की गंभीरता को देखते हुए जांच प्रक्रिया शुरू कर दी है। यदि जांच में सरपंच द्वारा लगाए गए आरोप सही साबित होते हैं, तो पंचायत सचिव के खिलाफ नियमानुसार कार्रवाई की जा सकती है। इस घटनाक्रम से पंचायत कार्यालय में तनाव का माहौल है।
ग्रामीणों में चर्चाओं का दौर, पारदर्शिता की उम्मीद
ग्राम पंचायत पंगसुवा के निवासियों के बीच सरपंच और सचिव के इस टकराव को लेकर व्यापक चर्चा हो रही है। स्थानीय लोग उम्मीद कर रहे हैं कि इस विवाद के बाद पंचायत के कामकाज में अधिक पारदर्शिता आएगी और विकास कार्य बिना किसी बाधा के सुचारू रूप से चल सकेंगे। सभी की निगाहें अब जनपद पंचायत की जांच रिपोर्ट पर टिकी हुई हैं।
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