प्रयागराज में हादसा नहीं हत्या हुई है……अगर मोदी-योगी को हिन्दुओं की जरा सी भी चिंता होती तो ये घटना नहीं होती
1 min readआखिर, जिस बात की आशंका थी, वही हो गया। महाकुंभ में स्नान करने गए सैकड़ों लोग बलि चढ़ गए। सरकार मौतों को स्वीकार करने से मुकर रही हैं, जबकि असलियत ये है कि 200 से ज्यादा लोग इस भगदड़ में मारे गए हैं।
1500 से अधिक लोग गुम हैं, बिछड़ गए… लेकिन पुलिस कुछ बता नहीं रही। और मीडिया सिर्फ सरकार की नाकामियां छिपा रही है–
👉योगी और मोदी सरकार सीधे तौर पर इन सैकड़ों श्रद्धालुओं की हत्यारी है। इन लोगों ने प्रचार के अलावा कुछ नहीं किया। इन लोगों ने कश्मीर से लेकर कन्याकुमारी तक प्रचार तो खूब किया, मगर व्यवस्था के नाम पर जनता को मरने के लिए धकेल दिया।
जरा सोचिए कि अगर BJP की जगह किसी और पार्टी की सरकार होती तो मीडिया अब तक कितना हल्ला मचाती…..वो सरकार अब तक हिंदू और सनातन विरोधी घोषित हो चुकी होती। मगर आज मीडिया की औकात मोदी-योगी से सवाल पूछने की नहीं हैं।
▶️महाकुंभ पहले भी होता था। नेहरू जी से लेकर डॉ मनमोहन सिंह के सरकारों में खूब धूमधाम से महाकुंभ और अर्धकुंभ जैसे आयोजन हुए। तब सरकारों का ध्यान प्रचार से ज्यादा जनता की सुविधा पर होता था।
▶️मगर अबकी बार सरकार और मीडिया ने 144 वर्ष के नाम पर BJP का इतना प्रचार किया कि जनता की सुविधा और सुरक्षा को सरकार पूरी तरह भूल गई। पूरे मेले में योगी और मोदी के पोस्टरों के अलावा कुछ नहीं दिखता। सारी व्यवस्थाएं सिर्फ VIP लोगों के लिए है, जनता के लिए कुछ है ही नहीं।
▶️ऐसा पहली बार हुआ है जब सरकार जनता की आस्था और विश्वास को कुचलकर महाकुंभ जैसे पवित्र पर्व को भाजपा की चुनावी रैली बना दिया है। भाजपा के सारे मंत्री, मुख्य़मंत्री रीलबाजी औऱ फोटोशूट कर रहे हैं। उन्हें आपकी आस्था से दूर-दूर तक लेना-देना नहीं है।
▶️आज श्रद्धालुओं के आने-जाने के लिए सरकार की तरफ से कोई व्यवस्था नहीं है। सरकार स्पेशल ट्रेन चलाने का दावा करती है, मगर किस ग्रह पर चला रही है, कोई अता-पता नहीं। क्योंकि जहां देखिए कहीं सरसों रखने की जगह नहीं है। हर जगह भीड़ और भगदड़ है। एयरलाइन कंपनियां सरकार के इशारे पर जनता से 10-10 गुना ज्यादा किराया वसूल रही हैं।
▶️धर्म को वोट लेने का धंधा बनाने वाले लोग जब सरकार में आते हैं, तब इस देश के निश्छल, मासूम और आस्थावान लोगों की ऐसी ही गति होती है। जब-जब पाखंडी लोग सत्ता में आते हैं, तब-तब ऐसी ही अनहोनी घटना होती है।
इसलिए सावधान रहिए, सतर्क रहिए……आपके आस्था और विश्वास को बेचने वाले कालनेमी रूपी भाजपा से सावधान रहिए।