पत्थलगांव-: किलकिला नारायणपुर स्कूल की बाउंड्रीवाल न होने से छात्रों की सुरक्षा से हो रहा खिलबाड़
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पत्थलगांव-: किलकिला नारायणपुर स्कूल की बाउंड्रीवाल न होने से छात्रों की सुरक्षा से हो रहा खिलबाड़ सड़क किनारे स्थित विद्यालयों में छुट्टी व मध्यावकाश के समय छात्रों की सुरक्षा को बना रहता है खतरा

सरकारी विद्यालयों मेें पढ़ने वाले बच्चे विद्यालय अवधि में अपने को सहज और सुरक्षित महसूस करें, इसके लिए सरकार कई स्तर की व्यवस्था कर रखी है।

जनपद के 10-15 माध्यमिक विद्यालय ऐसे हैं, जिनमें बाउंड्रीवाल नहीं हैं। जिस कारण से विद्यालय संचालन के दौरान ही आवारा मवेशी या जानवर आसपास भ्रमण करते रहे हैं।

हालांकि माध्यमिक शिक्षा विभाग ने बाउंड्रीवाल निर्माण की कार्ययोजना बनाकर शासन को भेजी हुई है। जिसके जल्द स्वीकृति मिल जाने की उम्मीद है।विद्यालयों में अध्यनरत छात्र-छात्राएं विद्यालय संचालन अवधि में अपने आप को सहज और सुरक्षित महसूस कर सके। इसके लिए शासन और शिक्षा विभाग द्वारा कई स्तर की व्यवस्थाएं की गई है। लेकिन जिले के करीब पंद्रह माध्यमिक विद्यालय राजकीय हाईस्कूल ऐसे है, जिनमें बाउंड्रीवाल ही नहीं बनी है। जबकि इनमें से कई विद्यालय ऐसे हैं जोकि सड़क किनारे स्थित है। इस कारण से विद्यालय की छुट्टी या मध्यावकाश के समय बाउंड्री विहीन विद्यालय में खेलते छात्रों की सुरक्षा को खतरा बना रहता है। साथ ही आवारा मवेशी व जानवर विद्यालय परिसर में भ्रमण करते रहते हैं।स्कूल के परिसर में एक खराब पड़ी बोर है अगर ये बोर चालू हो जाता हो बच्चों को पीने की पानी के लिए तकलीफ नहीं होता ।
अब देखने वाली बात यह होगी की शासन प्रशासन का स्कूल के विकाश के लिए क्या संभव प्रयास रहेगा।