कभी गिना नहीं…दूसरों से पता चला कितनी बार किया रक्तदान, इस शख्स ने O निगेटिव ब्लड से बचाई कई जान
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प्रेमता शिक्षा जन कल्याण समिति के फाउंडर द्वारा किया गया रक्तदान, लोगो की भलाई के लिए NGO की एक और पहल
हर तीन महीने में रक्तदान करते है सत्यभान,कई बार कर चुके है रक्तदान
सतना। प्रेमता शिक्षा जन कल्याण समिति के फाउंडर सत्यभान सिंह द्वारा किया गया रक्तदान, बता दे कि इस समिति द्वारा लगातार अनेक वर्षों से आम लोगों की भलाई के लिए अच्छे एवं सराहनीय कार्य किए जा रहे है, जिसके लिए इस समिति की सराहना लगातार आम लोगों समेत प्रशासन एवं विश्व गुरुओं द्वारा की जाती रही है इसी को जारी रखते हुए आज एक और नई पहल के साथ प्रेमता शिक्षा जन कल्याण समिति के फाउंडर श्री सत्यभान सिंह द्वारा रक्तदान किया गया है।

बता दे कि रक्त हमारे शरीर के सबसे आवश्यक तरल पदार्थों में से एक है जो हमारे शरीर के सुचारू संचालन में मदद करता है। यदि शरीर अत्यधिक मात्रा में रक्त खो देता है, तो लोगों को घातक बीमारियाँ हो सकती हैं और यहाँ तक कि उनकी मृत्यु भी हो सकती है। इस प्रकार, हम देखते हैं कि रक्तदान वास्तव में जीवन रक्षक है जो लोगों की मदद करता है।
परिवार की भी खास भूमिका
सत्यभान का परिवार भी इस नेक काम में पीछे नहीं रहा. उनके परिवार के सभी सदस्य समय-समय पर रक्तदान करते हैं. उनकी बेटी ( मीनाक्षी सिंह )ने भी उनके ही मार्गदर्शन पर चलते हुए नियमित रूप से रक्तदान करने का संकल्प लिया है.
समाज के लिए एक मिसाल
सत्यभान सिंह और उनका परिवार रक्तदान के क्षेत्र में एक मिसाल है. उनकी कहानी उन लोगों को प्रेरित करती है, जो रक्तदान को लेकर झिझक महसूस करते हैं. उनका कहना है रक्तदान जैसे छोटे प्रयास से बड़ी संख्या में लोगों की जिंदगी बचाई जा सकती है.

रक्त दान से जुड़ी कुछ बातें .
रक्तदान करने से किसी की जान बच सकती है. रक्तदान करने से शरीर में नई रक्त कोशिकाएं बनती हैं और सेहत में सुधार होता है. रक्तदान करने से शरीर की जांचें भी हो जाती हैं. रक्तदान करने से कमज़ोरी नहीं आती. रक्तदान करना एक सामाजिक ज़िम्मेदारी है. रक्तदान करने से मानवता का प्रतीक दिखता है. रक्तदान करने से जाति, पंथ, धर्म जैसी चीज़ों से ऊपर उठकर लोगों का एकजुट होना होता है।
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