ग्रामीण क्षेत्रों में बिजली विभाग कर रहा मनमानी रात होते ही वोल्टेज कर देते है कम न चलता है पंखा न ही जलती है लाइट
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फिर सिंचाई की मोटर कूलर तो बहुत दूर की बात

अनुपपुर जिले के चाचाई फीडर में इस समय बिजली विभाग अपनी मनमानी पर आमादा है, जब इतनी ज्यादा गर्मी पड़ रही है और सभी विभाग एडवाइजरी जारी कर रहे है वहीं बिजली विभाग इस भीषड़ गर्मी में ग्रामीडों की रात की नींद भी छीन ले रहा है बिजली विभाग इतनी होशियारी से इस घिनौने कृत को अंजाम दे रहा है कि ग्रामीड आवाज भी नहीं उठा पा रहे है क्योंकि रात के वक्त लाइट काटी नहीं जा रही बल्कि वोल्टेज इतना कम कर दिया जा रहा है कि वह लाइट किसी कार्य की नहीं रह रही बल्फ लाइट जल तो रही है पर वोल्टेज की कमी के कारण बार बार जल भुज रही है , इस भीषड़ गर्मी में ग्रामीडों को पंखे का भी सहारा नहीं मिल पा रहा है फिर कूलर तो बहुत दूर की बात है अपितु ग्रामीणों के घर का बिजली का सामान खराब हो रहा है किसी तरह मेहनत मजदूरी कर गृहस्थी का सामान आदमी जोड़ता है और इस प्रकार खराब वोल्टेज के कारण वह सामान खराब हो जाता है पर इससे बिजली विभाग को क्या बिजली विभाग तो सिर्फ अवैध रूप से बिजली बिल वसूलने में लगा हुआ है बिजली बिल देने में अगर कोई व्यक्ति कुछ दिन का भी विलंब कर देता है तो यह विलंब शुल्क उससे लेते है पर क्या इनकी इस तरह की लापरवाही से आम जन का जो इलेक्ट्रॉनिक सामान खराब होता है इसका कोई शुल्क ये आम जन को प्रदान करते है नहीं नहीं करते ऐसे में आमजन क्या करे और इनकी कब तक मनमानी यू ही झेलते रहे ।
चाचाई फीडर अंतर्गत आने वाले ग्राम खाड़ा ग्राम रामपुर एवं अन्य ग्राम में इस समय पिछले तीन दिनों से जबसे गर्मी अपने पूरे चरम पर है ऐसे में ये बिजली विभाग के अधिकारी रात 7 बजते ही वोल्टेज शून्य कर देते है एवं सुबह 8 बजे वापस दे देते है इस बीच इससे जिम्मेदार सभी अधिकारी अपना फोन बंद कर देते है जिससे कोई इन्हें फोन कर इसकी जानकारी न मांगे क्या इनका ऐसा कृत उचित है ।
माननीय मुख्यमंत्री महोदय एवं माननीय कलेक्टर महोदय से निवेदन है कि इस पर संज्ञान ले एव इस समस्या से ग्रामीडों को जल्द निजात दिलाए एव इसके लिए जिम्मेदार अधिकारियों पर कड़ी कड़ी कार्यवाही करे कुछ नहीं तो 72 घंटों के लिए इनके घरों की बिजली काट कर इन्हें उसी जगह रहने का आदेश करे तब इन्हें आमजन की पीड़ा का एहसास होगा और ये अपना कार्य ईमानदारी से करेंगे क्योंकि ग्रामीणों का वोल्टेज कम कर ये वोल्टेज पैसे लेकर उद्योगपतियों को दिया जाता है जिससे उनके प्लांटों में रात्रि में बिना किसी रोकटोक उनका कार्य संपन्न हो सके ।।।