बजट 2025 से अपेक्षाएं जबलपुर चेम्बर। उद्योग और व्यापार को प्रोत्साहित करने वाला हो बजट ।
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जबलपुर। जबलपुर चेम्बर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री द्वारा आयोजित पत्रकार वार्ता में आगामी बजट (1 फरवरी 2025) पर विभिन्न संघटनों ने केन्द्र सरकार द्वारा प्रस्तुत किये जाने वाले बजट पर अपनी अपेक्षाएं व्यक्त की। भारत की वित्त मंत्री श्रीमति निर्मला सीतारमण लगातार आठवी बार बजट पेश करने की तैयारी कर रहीं हैं। वहीं आम आदमी बढ़ती महगाई, बेरोजगारी और घटती खपत के बीच कुछ राहत की उम्मीद लगा रहा है। राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय का अनुमान है 2024-2025 में भारतीय अर्थव्यवस्था की वृद्धि दर 6.4 प्रतिशत रहेगा। महामारी के दौरान आई गिरावट के बाद से सबसे कम ग्रोथ रेट है भारत का विकास चक्र अवरुध हो गया है।
जबलपुर चेम्बर के अध्यक्ष प्रेम दुबे का कहना है कि मध्यमवर्ग को ध्यान रख कर बजट पेश करना चाहिए। आम आदमी के लिये सबसे पीड़ादायक टैक्स का बोझ है। सरकार से उम्मीद की जाती है कि वो आयकर में 10 लाख रुपये तक की छूट दे कर राहत दें। व्यापारी और उद्योग जगत बजट में जीएसटी में कमी कर उद्योग को मजबूती देने वाले प्रावधानों की मांग की है। छोटे उद्योगों के लिये (पी.एल.आई.) स्कीम शुरु करें ताकि मैन्युफैक्चरिंग को बढ़ावा मिले। “मेक इन इंडिया” तभी सफल होगा जब सरकार इनके लिये विशेष योजनाएं लाएं। घरेलु मैन्युफैक्चरिंग की मदद के लिये कस्टम डयूटी में फेरबदल, “प्रोडक्शन लिंक्ड इंसेंटिव” के माध्यम से छोटे उद्योग को जोड़े। यह बजट उद्योग-व्यापार और भारत की अर्थव्यवस्था को बूस्ट करने वाला होना चाहिए।
कर विशेषज्ञ अनिल अग्रवाल ने कहा कि छोटे उद्योग और व्यापार भारत में पूरी तरह से बंद होने कि कगार में है वित्तमंत्री को चाहिए कि छोटे उद्योगों को सस्ती और सुलभ ऋण सुविधा मिल सके इसका प्रावधान होना चाहिए एवं टेक्सो में राहत दे कर इन्हे बचाने का प्रयास करें। आयकर एवं जीएसटी सरलीकरण क्षेत्र में कार्य होना चाहिए और व्यापारियों पर अनुपालन का बोझ कम होना चाहिए।
चेम्बर उपाध्यक्ष नरिन्दर सिंह पांधे ने पर्यटन पे बात करते हुए कहा कि जबलपुर एवं महाकौशल को पर्यटन के क्षेत्र में विश्व स्तर पर देखना चाहते है। महाकौशल एवं जबलपुर में पर्यटन की अपार संभावनाएं हैं उन्होंने आगे बोलते हुए कहा कि आज सरकार के पास पैसों की कमी नहीं है सरकार को भेड़घाट, धुआंधार, खजुराहो, पन्ना टाइगर रिजर्व, कान्हा नेशनल पार्क, बांधवगढ़, पैंच, बरगी डेम, अमरकंटक इस पूरे सर्कल को टूरिस्ट हब बनाना चाहिए ताकि पर्यटकों को आकर्षित किया जा सके। और आगे उन्होंने कहा कि डीज़ल पेट्रोल को जीएसटी के अंतर्गत लाने का वादा पूरा करना चाहिए। साथ ही साथ टोल टेक्स एवं स्क्रेप नीति में भी परिवर्तन करना चाहिए।
चेम्बर द्वारा आयोजित इस पत्रकार वार्ता में चेम्बर अध्यक्ष प्रेम दुबे, राधेश्याम अग्रवाल, दीपक जैन, नरिन्दर सिंह पांधे, अनिल अग्रवाल (सीए), जितेन्द्र पचौरी, राकेश श्रीवास्तव, प्रेम परसवानी, दीपक सेठी, श्रेय अग्रवाल, प्रीती चौधरी, शशिकांत पांडेय, उमेश ग्रावकर आदि उपस्थित थे।