एकेएस के डा.सिकरवार की पुस्तक प्रकाशित।
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सतना। बुधवार। 28 मई।एकेएस विश्वविद्यालय, सतना के भारतीय ज्ञान परम्परा विभाग के निदेशक डॉ. रामलखन सिंह सिकरवार ने बुन्देलखण्ड के वृक्ष तथा झाड़ियाँ नामक शीर्षक से पुस्तक प्रकाशित की है। इस पुस्तक का उद्देश्य पाठकों को बुंदेलखंड के मूल निवासी पेड़ों और झाड़ियों के बारे में विस्तृत जानकारी प्रदान करना है। इसे शौकिया और पेशेवर वनस्पतिशास्त्रियों के साथ-साथ प्रकृति प्रेमियों के लिए भी सुलभ बनाया गया है जो इस क्षेत्र में उगने वाले पौधों के बारे में अधिक जानने में रुचि रखते हैं। इस गाइड बुक में पेड़ों और झाड़ियों की 243 प्रजातियों का विस्तृत विवरण और रंगीन तस्वीरें मिलेंगी। प्रत्येक प्रजाति के साथ उसके वितरण, आवास, पुष्पन और फलन अवधि के साथ-साथ कुछ औषधीय या पारिस्थितिक उपयोगों की जानकारी भी दी गई है। यह पुस्तक वनपालों, वर्गीकरण वैज्ञानिकों, संरक्षणवादियों, पुष्प वैज्ञानिकों, प्रकृतिवादियों, पर्यावरणविदों और बुंदेलखंड की काष्ठीय वनस्पतियों में रुचि रखने वाले किसी भी व्यक्ति के लिए एक मूल्यवान संसाधन के रूप में काम करेगी। इस पुस्तक में प्रत्येक पौधे की प्रजाति का वर्तमान और सही वानस्पतिक नामकरण रंगीन फोटोग्राफ के साथ दिया गया है, जिससे उपयोगकर्ता आसानी से पौधे की पहचान कर सकते हैं। यद्यपि यह पुस्तक बुन्देलखण्ड की वनस्पति पर आधारित है लेकिन बुन्देलखण्ड और विन्ध्य क्षेत्र की वनस्पती में कोई अन्तर नहीं है क्योंकि दोनों क्षेत्र की सीमा मिलती है तथा जलवायु एक जैसी है। इसलिए ये विंध्य क्षेत्र के लोगों के लिए भी उतनी ही उपयोगी है। डॉ. सिकरवार देश के जाने-माने वनस्पतिशास्त्री हैं और उन्होंने जैव विविधता, औषधीय पौधों पर एक दर्जन से अधिक पुस्तकें और 250 शोध पत्र और लेख लिखे हैं। विश्वविद्यालय प्रबंधन और उनके सहकर्मियों ने उन्हें बधाई दी है।
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