वार्ड क्रमांक 10 के विकाश में बाधक हैं के पी गुप्ता – डॉ अमित सिंह
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भ्रष्टाचार के ओलम्पिक में इनका स्वर्ण पदक पक्का
सतना: प्रदेश सरकार हो या केंद्र सरकार यही दावा करती हैं कि हमारा विजन सबका साथ और सबका विकास है, लेकिन नगर निगम के वार्ड क्रमांक 10 में इसका पालन नहीं होता यहां के वार्ड प्रभारी एस.डी.ओ. के पी गुप्ता लिफाफा संस्कृत को आगे रख कर जहां गुणवत्ता विहीन कार्य करवा रहे हैं, तो वहीं बरदाडीह के निवासियों के साथ भेदभाव भी कर रहे हैं। इनकी क्रिया कलापों से ऐसा लगता हैं कि इन्होंने वार्ड क्रमांक 10 को भ्रष्टाचार का चारागाह समझ रखा है उक्त बात आम आदमी पार्टी सतना के जिलाध्यक्ष डॉ अमित सिंह ने कही। उन्होंने कहा कि 16 फिट की गलियों में गुणवत्ता विहीन पी.सी.सी. रोड बन गई है लेकिन घनी आबादी वाले *मयूर बिहार कॉलोनी* में गुप्ता की नजर नहीं पड़ती जबकि आम नागरिकों ने आयुक्त से लेकर महापौर तक बार बार अपनी गुहार लगा चुके हैं। लेकिन आज तक इस कालोनी में न तो लाइट के खंभे है,न नाली है, न सड़क है, न सीवर लाइन पड़ी है वहीं पेय जल सप्लाई की पाइप लाइन भी अधूरी है ऐसे में गर्मी की आहट शुरू होते हैं जनता पानी के लिए भटकने लगी हैं।
डॉ सिंह ने कहा कि स्वर्गीय भागवेंद्र जी के घर के समीप से ठाकुर रणमत सिंह कॉलोनी में 24 से 26 फिट की रोड है जिसमें सीवर लाइन अभी हाल ही में पड़ी है और उसमें काली मिट्टी डालकर पेवर ब्लॉक बिछाए जा रहे है जिसमें सी.आर. एम.सिर्फ 3 इंच डाला गया है और नाली छोड़कर 16 फिट में पेवर ब्लॉक सड़क बनाई जा रही हैं । जब जनता ने गुप्ता से सवाल किया तो उन्होंने कहा कि उधर भी नाली बन सकती हैं तब सवाल उठता है कि क्या इस कॉलोनी में 6फिट की नाली बनेगी। दूसरी ओर जब जनता उधर नाली बनाने की माँग कर रही थी तब इन्हीं गुप्ता ने कहा कि जिधर विद्युत पोल होते हैं उधर नाली नहीं बनती तो आखिर गुप्ता की कौन सी बात को जनता सही माने। डॉ सिंह ने बताया कि वार्ड में दो महीने से काम चल रहा है लेकिन जनता के अनुसार महापौर के निर्देश पर गुप्ता सिर्फ दो बार निर्माणाधीन साइट पर आए। और आज जब आए तो उन्होंने शैलेन्द्र ताम्रकार के घर तक सड़क बनाने हेतु निरीक्षण किया। जनता ने ठाकुर रणमत सिंह और मयूर बिहार कॉलोनी को जोड़ने के लिए उधर भी विकास करने की मांग की तो उन्होंने जनता को जवाब दिया कि उधर कोई जरूरत नहीं है। गौर तालब है कि जो सड़क बन रही हैं इसका इस्टीमेट सात से आठ साल पुराना है और गुप्ता ने चश्मे में लगी धूल को बिना पोंछे फाइल को आगे बढ़ा दिया। गुप्ता को यह नहीं मालूम कि भाद और बगहा से आने वाला नाला यहां जब उफान मारता है तो जनता बेहाल हो जाती है। डॉ सिंह ने महापौर से अनुरोध किया है कि वे स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के तहत इस नाले का भी निर्माण कराए क्योंकि यह नाला दिनोदिन सिकुड़ता जा रहा है।
इनका कहना है
🔹 यहां भाजपा के सुशासन एवं क्षेत्रीय पार्षद की सोच के विपरीत काम हो रहा है नगर निगम की मनमानी चल रही है जिससे सरकार की छबि खराब हो रही है।
पी डी सिंह परिहार
संयोजक
एक्स आर्मी रॉयल राजपूत संगठन
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