किसानों को सशक्त बनाने की पहल: कृषि उत्पादन आयुक्त ने दिए गुणवत्तापूर्ण बीज और उर्वरक सुनिश्चित करने के निर्देश
1 min read
किसानों को धान के अतिरिक्त अन्य फसलों को लेने के लिए करें प्रोत्साहित: कृषि उत्पादन आयुक्त श्रीमती शहला निगार का निर्देश
जशपुरनगर: कृषि उत्पादन आयुक्त श्रीमती शहला निगार ने किसानों को गुणवत्तापूर्ण बीज वितरण सुनिश्चित करने और अमानक खाद-बीज विक्रेताओं पर सख्त कार्रवाई करने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने किसानों को धान के अतिरिक्त दलहन, तिलहन और अन्य लघु धान्य फसलों की खेती के लिए प्रोत्साहित करने और उन्हें शासन की सभी योजनाओं का लाभ दिलाने पर जोर दिया।

रबी और खरीफ फसल उत्पादन की समीक्षा, फसल विविधीकरण पर जोर
🌱श्रीमती निगार ने सरगुजा संभाग में रबी फसल उत्पादन 2024-25 की समीक्षा की और खरीफ फसलों के लिए फसल वर्ष 2025-26 हेतु कार्यक्रम निर्धारण पर चर्चा की। बैठक में ग्रीष्मकालीन धान के बदले फसल परिवर्तन, खरीफ वर्ष 2025-26 की रणनीति, वन अधिकार पत्र धारक किसानों को लघु धान्य फसलों के लिए बीज प्रदाय, धान की किस्मों का प्रतिस्थापन और खरीफ वर्ष 2025 के लिए उर्वरक एवं बीज का अग्रिम भंडारण जैसे विषयों पर विचार-विमर्श किया गया।

🌿जशपुर संभाग में फल-फूल और नकदी फसलों की अपार संभावनाएं आयुक्त श्रीमती निगार ने सरगुजा संभाग और विशेष रूप से जशपुर में फल-फूल की खेती की अच्छी संभावनाओं को देखते हुए किसानों को दलहन, तिलहन, काजू, नाशपाती, सेब, स्ट्रॉबेरी, मिर्च और आलू जैसी नकदी फसलों की खेती के लिए प्रेरित करने की बात कही। उन्होंने आदिवासी बहुल जिलों के किसानों को विशेष लाभ पहुंचाने के प्रयासों पर जोर दिया।

वन अधिकार पत्र धारक किसानों और विशेष पिछड़ी जनजातियों को लाभ पहुंचाने के निर्देश
🌱 श्रीमती निगार ने वन अधिकार पत्र धारक किसानों और विशेष पिछड़ी जनजाति पहाड़ी कोरवा परिवारों को सरकारी योजनाओं का अधिक से अधिक लाभ सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। उन्होंने किसानों के अधिक से अधिक किसान क्रेडिट कार्ड बनवाने और मिट्टी परीक्षण के माध्यम से खेतों की उर्वरता बढ़ाने पर भी ध्यान केंद्रित करने को कहा। उन्होंने धरती आबा ग्राम उत्कर्ष योजना के तहत सभी किसानों को लाभान्वित करने के निर्देश दिए।

उच्च अधिकारियों और जिला कलेक्टरों की बैठक में सक्रिय भागीदारी
🌿 बैठक में सरगुजा आयुक्त श्री नरेंद्र दुग्गा, संचालक कृषि रायपुर डॉ. सारांश मित्तल, संचालक पशुधन विकास रायपुर श्री रिमिजियुस एक्का, आयुक्त सहकारी संस्थाए श्री कुलदीप शर्मा, संचालक उद्यानिकी एवं प्रक्षेत्र वानिकी रायपुर श्री एस.जगदीशन, संचालक मत्स्य रायपुर श्री नारायण सिंह नाम, संचालक अनुसंधान सेवाएं इं.गां.कृ.वि.वि.रायपुर के डॉ. विवेक कुमार त्रिपाठी, उप सचिव कृषि श्री मुकुन्द ठाकुर, कलेक्टर जशपुर श्री रोहित व्यास, कलेक्टर बलरामपुर श्री राजेन्द्र कुमार कटारा, कलेक्टर एम.सी.बी श्री डी राहुल वेंकट, कलेक्टर सुरजपुर श्री एस. जयवर्धन सहित विभिन्न विभागों के उच्च अधिकारी और सभी जिलों के जिला स्तरीय अधिकारी उपस्थित थे।
फसल विविधीकरण और अल्पकालीन ऋण वितरण पर विशेष ध्यान
🌱 कृषि उत्पादन आयुक्त श्रीमती निगार ने सभी जिलों को फसल विविधीकरण को बढ़ावा देने के लिए प्राइस स्पोर्ट स्कीम के तहत अधिसूचित फसलों के पंजीयन और उपार्जन का व्यापक प्रचार-प्रसार करने के निर्देश दिए। उन्होंने अल्पकालीन फसल ऋण वितरण में वृद्धि करने और दलहन एवं तिलहन फसलों के उत्पादन को प्रोत्साहित करने के लिए ऋण वितरण बढ़ाने पर जोर दिया।
जैविक खेती को बढ़ावा, रासायनिक उर्वरकों के उपयोग को कम करने पर जोर
🌿 श्रीमती निगार ने जैविक खेती मिशन और परंपरागत कृषि विकास योजना के तहत वृहद क्षेत्र प्रमाणीकरण के लिए तृतीय पक्ष द्वारा प्रमाणीकरण कराने के निर्देश दिए। उन्होंने पीएम प्रणाम योजना के माध्यम से जैविक उर्वरकों को बढ़ावा देकर रासायनिक उर्वरकों के उपयोग को कम करने के लिए किसानों को जागरूक करने की बात कही। उन्होंने शासकीय कृषि प्रक्षेत्रों और रोपणियों की आय-व्यय की समीक्षा करते हुए उन्हें सशक्त बनाने और नर्सरी की आय बढ़ाने के निर्देश दिए।
कृषि योग्य अनुपजाऊ भूमि का विकास, मत्स्य बीज उत्पादन को प्रोत्साहन
🌿 बैठक में कृषि योग्य अनुपजाऊ भूमि का विकास कर उसे कृषि योग्य बनाने और किसानों को फसल उत्पादन के लिए प्रोत्साहित करने पर जोर दिया गया। श्रीमती निगार ने मत्स्य बीज विकास के लिए प्रधानमंत्री मत्स्य संपदा योजना के तहत निजी किसानों को हैचरी विकास, तालाब निर्माण और मत्स्य उत्पादन के लिए प्रेरित करने के निर्देश दिए। उन्होंने किसान क्रेडिट कार्ड निर्माण की प्रगति की समीक्षा करते हुए उद्यानिकी, पशुपालन और मत्स्यपालन के क्षेत्र में भी केसीसी बनवाने को प्रोत्साहित किया।
जनजातीय क्षेत्रों में सहकारिता के माध्यम से आय वृद्धि पर ध्यान केंद्रित
🌱 श्रीमती निगार ने धरती आबा जनजातीय ग्राम उत्कृष्ट अभियान के तहत जनजातीय क्षेत्र के ग्रामीण किसानों को सहकारिता के माध्यम से उनकी आय में वृद्धि करने के लिए शासन की विभिन्न योजनाओं का लाभ प्रदान करने के निर्देश दिए।

मत्स्य पालन, पशुपालन और उद्यानिकी विकास पर विस्तृत चर्चा
🌿 बैठक में नेशनल फिशरीज डिजिटल प्लेटफार्म में किसानों के प्राविधिक पंजीयन, ग्रामीण तालाब एवं सिंचाई जलाशय के पट्टा आवंटन, मत्स्य निरीक्षक के पदों पर भर्ती, पशु नस्ल सुधार, दुग्ध सहकारी समिति का गठन, पशु टीकाकरण, पशु रोग अन्वेषण, पशु संगणना, डेयरी उद्यमिता विकास योजना और उद्यानिकी फसलों के प्रसंस्करण जैसे विभिन्न विषयों पर विस्तृत चर्चा की गई।
कृषि शिक्षा, अनुसंधान और स्थानीय फसलों को पहचान दिलाने पर जोर
🌿 श्रीमती निगार ने जिलों में कृषि की वैज्ञानिक शिक्षा हेतु महाविद्यालयों के संचालन और किसानों को प्रशिक्षण एवं फसल प्रदर्शन के माध्यम से लाभ दिलाने के निर्देश दिए। उन्होंने स्थानीय फसलों को पहचान दिलाने के लिए जीआई टैग प्राप्त करने हेतु प्रस्ताव तैयार करने की बात भी कही।
About The Author
















