डॉ. मनीष कुमार सिन्हा को एम्प्लॉयर ब्रांडिंग एवं कॉरपोरेट वर्किंग विषय पर पीएच.डी. उपाधि
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सतना
शिक्षा के क्षेत्र में उल्लेखनीय योगदान देते हुए मनीष कुमार सिन्हा को “मैनेजमेंट में एम्प्लॉयर ब्रांडिंग एवं कॉरपोरेट वर्किंग और उसके प्रभाव” विषय पर शोध हेतु प्रतिष्ठित पीएच.डी. की उपाधि से सम्मानित किया गया है। यह उपाधि उन्हें वर्ष 2025 में ए.के.एस. विश्वविद्यालय, सतना द्वारा प्रदान की गई।
डॉ. सिन्हा ने बताया कि इस शोध कार्य की प्रेरणा उन्हें उनके माता-पिता से मिली। उन्होंने भावुक होते हुए कहा, “मेरे पिताजी का सपना था कि उनका बेटा एक दिन डॉक्टर बने और आज उनका वह सपना साकार हुआ। इस उपलब्धि ने न केवल मेरे परिवार को गर्वित किया, बल्कि यह सिद्ध किया कि सीखने की कोई उम्र नहीं होती।”उनकी पारिवारिक पृष्ठभूमि भी शिक्षा से ओतप्रोत रही है। उनकी पुत्री एम.बी.बी.एस. के पश्चात गायनोकोलॉजी में एम.डी. कर रही हैं, जबकि उनका पुत्र एम.बी.बी.एस. की शिक्षा प्राप्त कर रहा है।. डॉक्टर मनीष कुमार सिन्हा वर्तमान में सीनियर वाइस प्रेसिडेंट एचआरएम एंड कॉरपोरेट अफेयर्स बतौर प्रिज्म जॉनसन लिमिटेड मनकहरी सतना में कार्यरत हैं।
डॉ. मनीष सिन्हा की शैक्षणिक यात्रा अत्यंत प्रेरणादायक रही है। उन्होंने वर्ष 1993 में इंडियन स्कूल ऑफ माइंस, धनबाद से एम.एससी. (टेक) इन एप्लाइड जियोफिज़िक्स, 1995 में आई.आई.टी. खड़गपुर से एम.टेक. इन ह्यूमन रिसोर्स डेवलपमेंट एंड मैनेजमेंट, 2018 में मुंबई विश्वविद्यालय से एल.एल.बी., और वहीं से एल.एल.एम. (बिज़नेस लॉ) की शिक्षा प्राप्त की।
उन्होंने 2009 में बी.आई टी. मिश्रा इंस्टीट्यूट, रांची से पीएच.डी. की शुरुआत की थी, परंतु पारिवारिक एवं पेशागत जिम्मेदारियों के कारण यह कार्य अधूरा रह गया। वर्ष 2019 में उन्होंने ए.के.एस. विश्वविद्यालय में पुनः नामांकन कराया। कोविड-19 महामारी के बावजूद उन्होंने अपने संकल्प और निरंतर प्रयास से यह शोध कार्य सफलतापूर्वक पूर्ण किया।
यह शोध प्रो. डॉ. कौशिक मुखर्जी के निर्देशन में संपन्न हुआ। डॉ. सिन्हा ने विषयवस्तु का गहन विश्लेषण, डेटा संग्रह, निष्कर्ष निर्माण तथा दो शोध पत्रों का प्रकाशन स्वयं किया। यह शोध यूजीसी की समस्त दिशा-निर्देशों का पालन करते हुए तैयार किया गया है, जो प्रबंधन के छात्रों और शोधकर्ताओं के लिए एक मार्गदर्शक दस्तावेज सिद्ध होगा।
इस अवसर पर ए.के.एस. विश्वविद्यालय की कुलपति श्री बी.ए. चौपड़े ने डॉ. सिन्हा को बधाई देते हुए कहा, “उनका शोध कार्य गहन, प्रासंगिक और शिक्षा जगत के लिए एक नई दिशा देने वाला है।” विश्वविद्यालय के चेयरमैन श्री अनंत कुमार सोनी ने इस उपलब्धि को संस्थान की गौरवशाली उपलब्धियों में एक नया अध्याय बताया। उन्होंने कहा, “डॉ. सिन्हा का संकल्प और प्रतिबद्धता उन सभी शिक्षार्थियों के लिए एक प्रेरणा है, जो जीवन l
नहीं छोड़ते।”
इस उपलब्धि पर डॉ. हर्षवर्धन श्रीवास्तव, प्रो. जी. सी. मिश्रा, प्रो. शेखर मिश्रा, प्रो. नीरज वर्मा सहित उनके अनेक ईष्ट मित्रों ने भी बधाई देते हुए प्रसन्नता व्यक्त की है।
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