भाजपा शासन में गरीबों की झोपड़ियों पर बुलडोज़र
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मंत्री प्रतिमा बागरी के क्षेत्र में आदिवासी बस्ती उजाड़ने पर आम आदमी पार्टी का तीखा हमला
“यह कैसा ‘विकास’ है जहाँ गरीबों के आशियाने तोड़े जा रहे हैं, और मंत्रीजी मौन हैं?” — डॉ. अमित सिंह

सतना 15 जुलाई: आम आदमी पार्टी,जिला इकाई सतना ने आज नागौद तहसील के ग्राम तेंदुनी मोटवा,मजरा टोला खुटकहा में वन विभाग द्वारा हरिजन,आदिवासी व पिछड़ा वर्ग के गरीब परिवारों को जबरन उजाड़ने की अमानवीय कार्रवाई पर भाजपा सरकार व स्थानीय जनप्रतिनिधियों पर तीखा हमला बोला है।
यह गाँव राज्य की मंत्री प्रतिमा बागरी के विधानसभा क्षेत्र में आता है, और वहां हो रही सरकारी दमनकारी कार्रवाई को लेकर आम आदमी पार्टी ने धवारी चौराहा से रैली निकाली एवं प्रदर्शन करते हुए कलेक्ट्रेट पहुंचे जहां कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा।
जिला कलेक्टर को ज्ञापन सौंपते हुए सीधे भाजपा सरकार को कटघरे में खड़ा किया है।
*ज्ञापन का नेतृत्व करते हुए पार्टी के जिलाध्यक्ष डॉ. अमित सिंह ने कहा:*
“यह शर्मनाक है कि जिस सरकार ने ‘सबका साथ, सबका विकास’ का नारा दिया, उसी सरकार में गरीबों की छत छीन ली जा रही है। और सबसे ज्यादा निंदनीय बात यह है कि यह सब कुछ एक दलित महिला मंत्री के विधानसभा क्षेत्र में हो रहा है — जो स्वयं महिला, दलित और गरीब की प्रतिनिधि होने का दावा करती हैं, लेकिन आज ज़मीन पर हो रहे अन्याय पर पूरी तरह मौन हैं।”
*ज्ञापन के मुख्य बिंदु:*
अराजी क्रमांक 492/1 पर वर्षों से बसे 150 से अधिक परिवारों को उजाड़ा जा रहा है, जबकि उन्हें 1975-76 में सरकारी पट्टे भी दिए गए थे।
सीमांकन न होने की स्थिति का फायदा उठाकर वन विभाग बुलडोजर, पुलिस बल और जेसीबी के दम पर बस्ती पर कहर बरपा रहा है।
ग्रामीणों के पास सभी वैध सरकारी दस्तावेज — पट्टे, खसरा-खतौनी, राशन कार्ड, आवास योजना, किसान सम्मान निधि, बिजली कनेक्शन आदि मौजूद हैं।
भाजपा सरकार के मातहत वन विभाग संविधान, मानवाधिकार व न्याय की धज्जियां उड़ा रहा है।
*पार्टी ने प्रशासन से रखीं ये मांगें:*
विवादित भूमि का तत्काल सीमांकन कर विवाद समाप्त किया जाए।
जबरन बेदखली और तोड़फोड़ की कार्यवाही पर अविलंब रोक लगाई जाए।
गांव को वनग्राम घोषित कर वन अधिकार अधिनियम 2006 के अंतर्गत सभी पात्र परिवारों को Forest Rights Patta प्रदान किया जाए।
बहोरीलाल वर्मा व अन्य ग्रामीणों पर दर्ज फर्जी मुकदमे वापस लिए जाएं और दोषी अधिकारियों पर कार्यवाही हो।
राज्य मंत्री प्रतिमा बागरी इस विषय पर अपना मौन तोड़ें और पीड़ित ग्रामीणों का पक्ष लें।
“यदि भाजपा सरकार ने आदिवासी, दलित और पिछड़े समाज के इन गरीब परिवारों के विरुद्ध चल रही जबरन कार्रवाई को नहीं रोका, तो आम आदमी पार्टी चुप नहीं बैठेगी — हम सड़कों पर उतरेंगे, गांव-गांव जाकर अन्याय के विरुद्ध आवाज़ उठाएंगे।”
“यह भाजपा सरकार का असली चेहरा है — बड़े पूंजीपतियों को जंगल, ज़मीन और खनिज सौंपो, और जो वर्षों से जमीन पर खून-पसीना बहाकर बसे हैं, उन्हें बेघर कर दो।”
प्रदर्शन के दौरान प्रमुख रूप से आम आदमी पार्टी सतना के जिला उपाध्यक्ष क्रमशः सुखेन्द्र सिंह, रोहित पाण्डेय एवं ध्रुव सिंह परिहार,ओबीसी विंग के जिलाध्यक्ष इंजी नरेन्द्र कनौजिया,मीडिया प्रभारी सोनू पाल,किसान विंग के जिलाध्यक्ष अर्जुन दहिया,यूथ विंग के जिलाध्यक्ष हर्ष बागरी, एस सी विंग के जिला उपाध्यक्ष राम कलेश साकेत एवं विनय प्रजापति, एस सी विंग के जिला संयुक्त सचिव शिव नारायण दाहिया,सतना विधानसभा के सचिव ध्रुव पाण्डेय,रामाश्रय सिंह रजवार, शुखीराम पाण्डेय के साथ बहोरीलाल वर्मा,राहुल पाल, देवेन्द्र,राजमन पाल,रामशरण यादव, छोटेलाल यादव, भइया राम यादव,सीताराम यादव,छोटेलाल,राम प्यारे यादव सहित सैकड़ों पीड़ित ग्राम वासी एवं महिलाएं मौजूद रही।
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