पूर्व मुख्यमंत्री और शहीदों पर अपमानजनक टिप्पणी: पत्थलगांव में FIR के लिए शिकायत दर्ज
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सोशल मीडिया पोस्ट पर आपत्तिजनक शब्दों के प्रयोग का आरोप, कानूनी कार्रवाई की मांग
प्रमुख घटना: आपत्तिजनक टिप्पणी के आरोप में शिकायत दर्ज पत्थलगांव,
जशपुर (छत्तीसगढ़): छत्तीसगढ़ के जशपुर जिले के पत्थलगांव में एक व्यक्ति के खिलाफ पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और देश के शहीदों के सम्मान को ठेस पहुँचाने वाली आपत्तिजनक सोशल मीडिया टिप्पणी के आरोप में पुलिस में शिकायत दर्ज कराई गई है। मामले की गंभीरता को देखते हुए, शिकायतकर्ता ने पुलिस से तत्काल प्राथमिकी (FIR) दर्ज कर कानूनी कार्रवाई करने का आग्रह किया है।

मामले का विवरण: फेसबुक पोस्ट पर अभद्र भाषा का प्रयोग
स्थानीय थाना पत्थलगांव में प्रस्तुत शिकायत के अनुसार, कासाबेल निवासी सुभाष चंद्र गुप्ता नामक व्यक्ति द्वारा सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म फेसबुक पर एक पोस्ट साझा की गई थी। इस पोस्ट की पहचान ‘Subhashchandra Gupta IV’ नामक आईडी से की गई है। आरोप है कि इस पोस्ट में वर्ष 2018 से 2023 के संदर्भ में पूर्व मुख्यमंत्री के लिए अभद्र और अपमानजनक शब्दों (जैसे ‘मदरचोद गाड़ रखा था’) का प्रयोग किया गया है।
शिकायतकर्ता का पक्ष: शहीदों और संवैधानिक गरिमा का अपमान
शिकायतकर्ता ने अपनी अर्जी में स्पष्ट किया है कि उक्त टिप्पणी न केवल पूर्व मुख्यमंत्री के पद की गरिमा को भंग करती है, बल्कि देश के वीर शहीदों के प्रति भी घोर अपमानजनक है। उनका कहना है कि इस तरह की भाषा से आम जनता और राजनीतिक कार्यकर्ताओं में गहरा आक्रोश व्याप्त है। शिकायत में यह भी उल्लेख किया गया है कि आरोपी सुभाष चंद्र गुप्ता पहले भी इसी तरह की आपत्तिजनक टिप्पणियाँ पोस्ट कर चुके हैं, जो उनके इरादों पर सवाल खड़े करती हैं।
कानूनी निहितार्थ: अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता की सीमा पर बहस
यह घटना संविधान द्वारा प्रदत्त अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता की सीमा और सामाजिक सद्भाव बनाए रखने के महत्व पर प्रकाश डालती है। शिकायतकर्ताओं ने यह भी रेखांकित किया है कि ऐसी टिप्पणियां संवैधानिक मर्यादाओं का उल्लंघन करती हैं और समाज में वैमनस्य फैला सकती हैं। यह मामला सोशल मीडिया पर टिप्पणी की जिम्मेदारी और उसके कानूनी परिणामों के बारे में व्यापक बहस छेड़ सकता है।
पुलिस से मांग: तत्काल गिरफ्तारी और कार्रवाई की अपील
थाना प्रभारी से अनुरोध किया गया है कि वे मामले की संवेदनशीलता को देखते हुए तत्काल सुभाष चंद्र गुप्ता के खिलाफ संबंधित धाराओं के तहत प्राथमिकी दर्ज करें और उन्हें गिरफ्तार कर आवश्यक कानूनी कार्यवाही करें। शिकायत के साथ कथित फेसबुक पोस्ट की एक प्रति भी संलग्न की गई है, जिसे साक्ष्य के तौर पर प्रस्तुत किया गया है।
निष्कर्ष: सोशल मीडिया पर बढ़ती चिंताएं और पुलिस की भूमिका
यह मामला सोशल मीडिया पर आपत्तिजनक सामग्री के प्रसार और उसके कानूनी परिणामों के प्रति बढ़ती चिंताओं को दर्शाता है। पुलिस ने मामले की गंभीरता को स्वीकार करते हुए जांच का आश्वासन दिया है। इस तरह के मामलों में त्वरित और निष्पक्ष जांच सामाजिक व्यवस्था बनाए रखने और डिजिटल प्लेटफार्मों पर जिम्मेदार आचरण सुनिश्चित करने के लिए महत्वपूर्ण है।
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