चित्रकूट के राघव प्रयाग घाट में सामूहिक स्वच्छता कार्यक्रम में शामिल हुए उत्तर प्रदेश के जल शक्ति मंत्री श्री स्वतंत्र देव सिंह एवं राज्य मंत्री श्री रामकेश निषाद⚡चित्रकूट के रामघाट एवं राघव प्रयाग घाट में सामूहिक स्वच्छता कार्यक्रम में शामिल हुए उत्तर प्रदेश के जल शक्ति मंत्री श्री स्वतंत्र देव सिंह⚡निर्मल-अविरल माँ मंदाकिनी के लिए चलाए जा रहे जन-जागरुकता अभियान में भारी संख्या में जुटे चित्रकूट वासी⚡पूजा-अर्चना, हवन और अभिषेक के दौरान निकलने वाली पूजन सामग्री, फूलमालाओं को उचित सम्मान देने जगह जगह बनेंगे विसर्जन कुंड
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चित्रकूट- धर्मनगरी चित्रकूट में लाखों श्रद्धालुओं की आस्था का केंद्र बनी पतित पावनी जीवनदायिनी मां मंदाकिनी नदी को पुनर्जीवन प्रदान करने के लिए दीनदयाल शोध संस्थान द्वारा चलाए जा रहे इस अभियान में संत समाज और समाजसेवी कार्यकर्ता पूरी तन्मयता से इसमें लगे हुए है।


भारत में तीर्थ यात्रा हर एक हिंदू व्यक्ति की जिंदगी का अहम हिस्सा है। इस चार धाम की तीर्थ यात्रा में चित्रकूट एक अहम पड़ाव है। चित्रकूट की यात्रा में कामदगिरि परिक्रमा और मंदाकिनी दोनों का विशेष महत्व है। जाहिर है चित्रकूट की यात्रा हो और इन दोनों महत्वपूर्ण स्थानों का स्पर्श न हो तो यात्रा अधूरी मानी जाती है। इन दोनों ही ऐतिहासिक स्थलों की स्वच्छता व निर्मल मंदाकिनी और उसके संरक्षण को लेकर दीनदयाल शोध संस्थान पिछले कई वर्षों से प्रयासरत है।
माँ मंदाकिनी की निर्मल-अविरल धारा बनाये रखने एवं प्रदूषण मुक्त करने हेतु दीनदयाल शोध संस्थान द्वारा चित्रकूट के पूज्य साधु-संत, चित्रकूटवासी एवं समाजसेवी संस्थाओं के साथ मिलकर 24 से 26 मई तक जन-जागरूकता एवं मॉ मंदाकिनी स्वच्छता अभियान शुरू किया है। जिसमें संत समाज सहित चित्रकूट क्षेत्र के समाजसेवी कार्यकर्ता और चित्रकूट वासी पूरी तन्मयता से इस अभियान का हिस्सा बने हुए हैं। स्वच्छता अभियान के दूसरे दिन रविवार को रामघाट एवं राघव प्रयाग घाट में सामूहिक स्वच्छता कार्यक्रम में उत्तर प्रदेश के जल शक्ति मंत्री श्री स्वतंत्र देव सिंह, जल शक्ति राज्य मंत्री श्री रामकेश निषाद भी शामिल हुए। इस अवसर पर चित्रकूट के पूर्व सांसद भैरों प्रसाद मिश्र, यूपी के पूर्व मंत्री चन्द्रिका प्रसाद उपाध्याय, पदमश्री जल पुरुष डॉ उमाशंकर पांडेय, रीवा कमिश्नर बी एस जामोद, आईआईटी रूड़की से प्रो. आशीष पांडेय, पूर्व आईएएस विराग गुप्ता, चित्रकूट के जिला पंचायत अध्यक्ष अशोक जाटव, बांदा जिला सहकारी बैंक के चेयरमैन पंकज अग्रवाल, सामाजिक कार्यकर्ता अश्विनी अवस्थी, आलोक पांडेय, प्रवलराव श्रीवास्तव सहित दीनदयाल शोध संस्थान के सभी प्रकल्पों के कार्यकर्ता और भारी संख्या में चित्रकूट वासी शामिल हुए।


इस दौरान यूपी के जल शक्ति मंत्री स्वतंत्र देव सिंह ने कहा कि समाज और शासन के प्रयास से मां मंदाकिनी स्वच्छता के लिए इस तरह का अभियान चलता रहेगा।
इस अभियान का हिस्सा बनने के लिए मध्यप्रदेश के नगरीय विकास एवं आवास मंत्री श्री कैलाश विजयवर्गीय, राज्यमंत्री श्रीमती प्रतिमा बागरी भी रविवार को चित्रकूट आ गए हैं जो कि सोमवार सुबह 6 बजे से 9 बजे तक राघव प्रयाग घाट चित्रकूट में मां मंदाकिनी नदी की सफाई अभियान में हिस्सा लेंगे।


जन जागरुकता के माध्यम से दीनदयाल शोध संस्थान के राष्ट्रीय संगठन सचिव अभय महाजन ने चित्रकूट में आम जन-मानस से विनम्र आग्रह किया है कि नदी के जल ग्रहण क्षेत्र में अधिक से अधिक वृक्षारोपण कर उनकी देख-रेख दो-तीन वर्षों तक करें। सिंगल उपयोग प्लास्टिक का प्रयोग न करें। भण्डारा प्रसाद परोस में प्लास्टिक थर्मोकोल से बनी सामग्री का उपयोग न करें। गोवंश एवं पर्यावरण के रक्षार्थ, पत्तों से तैयार दोना-पत्तल का अधिकाधिक प्रयोग करें। माँ मंदाकिनी में साबुन-शैम्पू आदि का उपयोग न करें। स्वच्छ चित्रकूट सुन्दर चित्रकूट लक्ष्य को साकार करने में सहभागी बन पुण्य लाभ अर्जित करें।


इस अवसर पर श्री महाजन ने कहा कि बाहर से आने वाले श्रद्धालु और चित्रकूट के लोग घरों में पूजा-अर्चना, हवन और अभिषेक के दौरान निकलने वाली पूजन सामग्री, फूलमालाओं को सीधे मंदाकिनी जी में प्रवाहित करते हैं। इससे नदी का पानी प्रदूषित हो रहा है। साथ ही घाट पर गंदगी भी फैलती है। हवन और पूजन सामग्री के विसर्जन से नदी या जलस्रोत में प्रदूषण होता है। इसे रोकने के लिए प्रत्येक मठ मंदिरों एवं प्रमुख स्थानों तथा घाट के किनारों पर विसर्जन कुंड बनाये जाने का निर्णय लिया गया है। विसर्जन कुंड पूजा के बाद बचे सामान को उचित सम्मान देने का एक श्रेष्ठ तरीका है। इसके अलावा मंदाकिनी जी की स्वच्छता अभियान को अनवरत रखते हुए प्रत्येक शनिवार एवं रविवार को सेवाभावी लोग एवं सामाजिक संस्थाओं के लोग श्रम साधना का हिस्सा बने रहे ऐसी योजना की गई है।


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