होटल संचालक मनमानी में उतारू…… प्रशासन मौन…?
1 min read
होटल संचालक मनमानी में उतारू…… प्रशासन मौन…?
उद्घोष समय न्यूज़ -: सिटी के नानक नगर स्थिति करीब दर्जनों होटल के संचालको की लापरवाही फिर किसी हादसा का संकेत कर रही है। अभी हाल हि में हुई एक युवक की हत्या से भी नहीं ले रहे सीख। होटलों का काम कही हॉस्टलों को होटल में तब्दील किया जा रहा है तो कही निजी मकानों को शासकीय मापदंड की खुलेआम धज्जिया उड़ा रहे संचालक।
रिंग रोड़ नानक नगर से लेकर उस्ताद भोलाराम मुख्य गेट तक सभी होटलों गैर कानूनी कार्यों में लिप्त।
जिस्म परोसी का काम जारी स्थानीय लोगो की माने तो एक हि परिवार के अलग अलग सदस्य ता करीबन 5 से 7 होटलों का संचालक कर रहे है. और फेस कवर कर देर रात में एक हि एक होटल से दूसरे होटल शिप्ट किया जाता है ऐसा स्थानीय लोगो द्वारा देखा गया है.

निगम के टैक्स की चोरी होटल संचालन एक व्यावसायिक क्षेत्र के अंतर्गत आता है जिसमे कई प्रकार के दस्तावेज तैयार करवाने होते है जैसे की फायर सेफ्टी / फायर एन ओ सी / फूड लायसेंस जैसे अनेक प्रमुख कागजो के बिना चल रहे होटल।
कभी कोई घटना घटे तो कौन होगा जिम्मेदार।
सड़को को किया पार्किंग में तब्दील होटल संचालक के पास होटल में पर्याप्त पार्किंग की सुविधा होनी चाहिए किन्तु पार्किंग के नाम पर केवल सड़को पर कब्जा।
प्रशासन की भूमिका गैर जिम्मेदार तरीके से संचालित होटल पर आज तक किसी भी प्रकार का निरीक्षण एवं कार्रवाई नहीं की गई जिसके कारण संचालकों का हौसला बढ़ा।