पूर्व कांग्रेस विधायक नीलांशु चतुर्वेदी के घर में काम करने वाली 24 वर्षीय सुमन ने की थी आत्महत्या
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पूर्व विधायक नीलांशु चतुर्वेदी की मेड (नौकरानी) सुमन ने आत्महत्या ही की थी। सूत्रों की माने तो इसके पुख्ता वैज्ञानिक प्रमाण मौजूद है।
1/ जिस रिवॉल्वर से गोली चली और जिस हाथ में पकड़ कर रिवॉल्वर चलाई गई, उस हाथ पर गन पावडर का मिलना साबित करता है कि गोली सुमन ने खुद चलाई थी।
2/ गोली काफी क्लोज अर्थात कनपटी पर रख कर चलाई गई थी। ये साबित हो रहा है कनपटी के बैरल मार्क से जिससे बुलेट इंट्री प्वाइंट के पास काले निशान पड़े है।
3/ बुलेट इतनी पास से फोर्स से चली थी कि दूसरी ओर दीवार पर टकरा कर रिफ्लेक्ट होकर कॉर्नर पर टकराई। लिहाजा दो मार्क बने। ऐसा सामान्य रूप से खड़े होकर स्थिर क्लोज शॉट पर होता है।
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गन तक पहुंच थी सुमन की
सुमन का परिवार तीन पीढ़ियों से राजनिवास की सेवा में था। सुमन के पिता भी गढ़ी के सर्वेंट थे। उनके निधन के बाद भी उनका परिवार राजनिवास से जुड़ा हुआ था। सुमन भी मां के साथ राजनिवास में काम करती थी। सुमन विशेष तौर पर पूर्व विधायक की पत्नी और बच्चों का ख्याल रखती थी। एक तरह से घर की क्लोज थी। पूरी साफ-सफाई से लेकर कमरा व्यवस्थित करना, अलमारी ड्रॉवर आदि सही करना भी वही करती थी। ऐसे में रिवॉल्वर कहां है, ड्रॉवर सहित अन्य की चाभियां कहां है सब कुछ उसे पता था। ऐसे में रिवॉल्वर तक उसकी पहुंच आसान थी।
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प्रेम प्रसंग से जुड़ा हो सकता है मामला
सूत्रों का कहना है सुमन का किसी से प्रेम प्रसंग था। पूर्व में वो कुछ समय के लिए कहीं चली भी गई थी। फिर जब वो लौटी तो घर वाले सुमन की शादी अन्यत्र करने रिश्ता तय कर दिए। इस दौरान सुमन का पुराना संपर्क बना रहा। लेकिन जिस जगह सुमन काम करती थी वहां का ओरा बड़ा था, लिहाजा सुमन की पसंद गौण होने लगी थी। शादी की तैयारी के बीच सुमन रिश्ते को लेकर अनिश्चितता और झंझावात से जूझ रही थी। संभवतः इसी वजह से उसने यह खौफनाक कदम उठाया।
(Source; इसकी आधिकारिक पुष्टि शेष है)
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